संस्कृत अकादमी की टीम ने किया संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भूमि का निरीक्षण

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। संस्कृत अकादमी हिप्र की टीम द्वारा शुक्रवार को मशोबरा ब्लॉक की  पंचायत पीरन के गांव नारिगा में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भूमि का निरीक्षण किया गया। संस्कृत अकादमी के सचिव डॉ0 भगत वत्सल शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम के अन्य सदस्यों में ओएसडी संस्कृत अकादमी डॉ0 प्रवीण कुमार, संस्कृत भारती के पदाधिकारी नरेन्द्र कुमार और संस्कृत प्राध्यापक संघ के प्रधान मुकेश कुमार शर्मा शामिल थे।
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बता दें  कि करीब 40 वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत पीरन द्वारा  नारिगा में स्कूल के भवन व खेल मैदान के निर्माण के लिए करीब 16 बीघा ंभूमि शिक्षा विभाग के नाम हस्तांतरित की गई थी परंतु इस जमीन पर आज तक स्कूल का भवन नहीं बनाया गया है  और यह भूमि बेकार पड़ी है । जिसका अकादमी की टीम द्वारा मुआयना किया गया ।
डॉ. वत्सल ने कहा कि प्रदेश में  संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की जानी प्रस्तावित है जिसके लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में उपयुक्त भूमि की तलाश की जा रही है । इनका कहना है कि विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए करीब दो सौ बीघा भूमि की आवश्यकता होती है। उन्होने कहा कि इससे पहले टीम द्वारा सोलन जिला के जटोली, मंडी के सुन्दरनगर और चंबा में भी भूमि का निरीक्षण किया गया है।
इस मौके पर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पीरन के प्रधानाचार्य महेश शर्मा, पटवारी विजय कुमार, पूर्व प्रधान बालक राम निर्मोही, राहुल शर्मा, संजीव शर्मा सहित अन्य स्थानीय लोग मौजूद रहे ।

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