जानिए सावन के महीने में रुद्राभिषेक के शुभ फल….

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। सोमनाथ ज्योतिर्लिंग महाकाल के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। कहा जाता है की यह सभी ज्योतिर्लिंगों में प्रथम स्थान की महत्वता रखता है। यह ज्योतिर्लिंग गुजरात के सौराष्ट्र नगर में अरब सागर के तट पर स्थित है। कहा जाता है की इस मंदिर में पूजन करने से महादेव की असीम अनुकम्पा की प्राप्ति होती है। यह मंदिर बहुत ही भव्य और सुन्दर है। मान्यताओं के अनुसार सोमनाथ ज्योतिर्लिंग ब्रह्मा जी के सभी सृष्टियों में है। जब इस सृष्टि का अंत होगा और ब्रह्मा जी द्वारा एक नविन सृष्टि का निर्माण किया जाएगा, उसमें भी सोमनाथ मंदिर का स्थान होगा जो की प्राणनाथ के नाम से जाना जाएगा।
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कहा जाता है की इस मंदिर पर कुल छः बार आक्रमण हुआए जिसमें इस मंदिर को लुटा भी गया। परन्तु इस मंदिर की निर्माण शैली इतनी मजबूत है की आज तक कोई इसे नुकसान नहीं पंहुचा सका है। सावन के महीने में सोमनाथ ज्योतिर्लिंग में शिव का रुद्राभिषेक करवाने से जीवन में आ रही परेशानियों का निवारण होता है। भोलेनाथ बहुत ही सरलता से अपने भक्तों से प्रसन्न हो जातें है। इसलिए जो कोई भी सावन के महीने में पूर्ण निष्ठा से शिव का पूजनकर इस मंदिर में उनका रुद्राभिषेक करता हैए उसपर शिव की कृपा सदैव बनी रहती है।

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