टाउन हॉल के टपकने पर शिक्षा मंत्री ने लिया कड़ा संज्ञान, कहा, मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया जाएगा मामला

आठ करोड़ की लागत से तैयार टाउन हॉल टपकता है हर बारिश में,  अब तो दीवारें भी लगी हैं झड़ने

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

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शिमला। ऐतिहासिक टाउन हॉल की छत टपकने का शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कड़ा संज्ञान लिया है। शनिवार को रिज मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे शिक्षा मंत्री ने कार्यक्रम के बाद टॉउन हॉल का निरीक्षण किया। इस दौरान महापौर सत्या कौंडल ने शिक्षा मंत्री को टपक रही छत और दीवारोें से झड रहे सीमेंट को दिखाया। इसके अलावा भवन के एटीक की दीवारों में पड़ रही दरारों के बारे में बताया।

टाउन हॉल का निरीक्षण करते शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज
टाउन हॉल का निरीक्षण करते शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज
महापौर ने बताया कि बारिश के दौरान भवन के ऊपरी मंजिल में महापौर, उपमहापौर सहित अन्य कमरों में भर जाता है। बीते रोज भी भारी बारिश के दौरान महापौर कमरा पानी से भर गया। वहीं शिक्षा मंत्री ने स्थिति का जायजा लेने के बाद इस मुददे को मुख्यमंत्री ने समक्ष उठाने की बात कहीं। उन्होेंने कहा कि टाउन हॉल के जीर्णोद्धार पर 8 करोड़ रूपये खर्चे किए है, बावजूद इसके भवन में पानी आना चिंता का विषय है।
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उन्होंने कहा कि जीर्णेद्धार कार्य की जांच होनी चाहिए। बता दें कि भारी भरकम रकम खर्च करने के बाद भी पानी के रिसाव से इसके जीर्णेद्धार की गुणवत्ता पर सवाल खड़े होने लगे है।
110 साल पुराने ऐतिहासिक टाउन हॉल के जीर्णोद्धार पर लगभग 8 करोड़ रूपय खर्च किए गए। टाउन हॉल के जीर्णोद्धार का शिलान्यास पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा 24 जून 2014 को किया गया था। इस प्रोजेक्ट के तहत किए जा रहे जीर्णोद्धार के काम पर पहले भी सवाल उठते रहे है। वहीं चार साल के इंतजार के बाद बन कर तैयार हुए टाउन हॉल की दिवारें उद्घाटन के दिन से ही झड़ने लगी है। जिसके बाद अब भवन में पानी का रिसाव भी होने लगा है।
टाउन हॉल का निरीक्षण करते शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज
टाउन हॉल का निरीक्षण करते शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज
वहीं नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने बताया कि बारिशों में कमरो में पानी आ रहा है, इस संबंध में कई बार र्प्यटन निगम निदेशको से पत्राचार किया जा चुका हैं। पहले एक बार छत की मुरम्मत करवाई गई , लेकिन स्थिति ज्यू की त्यू है। वहीं अब निगम ने मरम्मत कार्य करने से इंकार कर दिया हैं। शिक्षा मंत्री को स्थिति से अवगत करवाया गया है, उम्मीद है कि इस संबंध में उचित कार्रवाई होगी।