कोरोना से बचाव को लेकर जन जागरूकता के लिए चलाएं व्यापक अभियान- डॉ. राजीव सैजल

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

मंडी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने मंडी में कोरोेना से बचाव और रोकथाम के लिए उठाए कदमों की समीक्षा करते हुए जिला प्रशासन को लोगों को कोरोना से बचाव को लेकर जागरूक करने के लिए व्यापक अभियान चलाने को कहा। उन्होंने कहा कि जिला में सूचना-शिक्षा-संचार (आईईसी) कैंपेन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाएं। इसमें जनभागीदारी के लिए हर वर्ग को जोड़ें। विविध संगठनों का सहयोग लेकर कार्ययोजना को प्रभावी तरीके से लागू करें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार के लिए लोगों के जीवन की सुरक्षा सर्वोपरि है। इसके लिए स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं की मजबूती पर जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का इस पर विशेष ध्यान है। साथ ही मुख्यमंत्री इस ओर भी बल दे रहे हैं कि लोगों को कोरोना से बचाव के तीन सबसे महत्वपूर्ण उपायों को आदत में शामिल करने को लेकर जागरूक किया जाए।
संक्रमण से बचाव के लिए हमेशा मास्क-फेस कवर पहनकर घर से निकलना, साबुन से बार-बार हाथ धोना अथवा सैनिटाइजर का प्रयेाग और सोशल डिस्टेंसिंग का ठीक से पालन करना, इन तीन बातों को आदत बना लें। यह कोरोना संक्रमण से बचाव का कारगर तरीका है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना से बचाव को लेकर समय समय पर सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों को जमीनी स्तर पर सही तरीके से लागू करने में सराहनीय भूमिका के लिए मंडी जिला प्रशासन की पूरी टीम की तारीफ की।
बेहतर ढंग से निपट रहा हिमाचल, प्रधानमंत्री ने भी की है तारीफ
डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर के मार्गदर्शन में हिमाचल प्रदेश कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बेहतरीन ढंग से निपट रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी इसके लिए प्रदेश की तारीफ कर चुके हैं। अब आगे रोज उसी ऊर्जा से काम करने की जरूरत है, ताकि इस युद्ध में हम निर्णायक रूप से विजयी रहेें।
कोरोना योद्धाओं का योगदान महत्वपूर्ण
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके लिए पहली पंक्ति में खड़े रह कर कोरोना डियूटी करने वाले सभी कोरोना योद्धाओं का योगदान महत्वपूर्ण है। उन सभी लोगों का उत्साहवर्धन भी जरूरी है जो दिन रात काम में लगे हैं।
उन्होंनें कहा कि किसी का यह सेाचना कि ‘मुझे कोरोना नहीं हो सकता’ या ‘सभी को कोरोना होना ही है’, ये दोनों ही प्रकार की सोच बहुत घातक हैं, इसे बदलने की जरूरत है। सामान्य स्वच्छता नियमों के पालन से संक्रमण से बचा जा सकता है। लेकिन यह भी जरूरी है कि कोरोना के लक्षण दिखने पर उन्हें छिपाएं नहीं बल्कि तुरंत डॉक्टरी सहायता लें।
बैठक में उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने स्वास्थ्य मंत्री को जिला में कोरोना की स्थिति और प्रशासन की ओर से बचाव व रोकथाम के लिए उठाए कदमों के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने मंत्री को विश्वास दिलाया कि जिला में जल्द ही आईईसी कैंपेन का दूसरा चरण शुरू किया जाएगा।
इस अवसर पर विधायक इंद्र सिंह गांधी ने नेरचौक अस्पताल में ओपीडी सुविधा बहाल करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का आग्रह किया। मंत्री ने इस पर उपायुक्त को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।
वहीं, विधायक जवाहर ठाकुर ने गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण की जरूरत को रेखांकित किया। दोनों विधायकों ने कोरोना से निपटने को लेकर बहुमूल्य सुझाव भी दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री, एडीएम श्रवण मांटा और उपस्थित सभी एसडीएम ने आईईसी कैंपेन को लेकर जरूरी सुझाव दिए।
बैठक में श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक के प्राचार्य डॉ. आर.सी.ठाकुर ने अस्पताल में कोरोना से निपटने के अस्पताल प्रबंधन के इंतजामों से अवगत करवाया। वहीं सीएमओ डॉ. देवेंद्र शर्मा ने जिला में स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं की स्थिति की जानकारी दी। इस दौरान श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीवानंद चौहान, जोनल अस्पताल मंडी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धर्म सिंह आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक डॉ. तेजस्वी विजय आजाद अन्य अधिकारियों ने भी कोरोना से निपटने को लेकर अपने सुझाव दिए।
इससे पहले, स्वास्थ्य मंत्री ने सर्किट हाउस मंडी में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना की स्थितियों को लेकर फीडबैक ली। उन्होंने बैठक के बाद बल्ह के डडौर में भी पार्टी पदाधिकारियों कोरोना को लेकर फीडबैक ली।

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