आरोप, कई सालों से नियम-कायदे ताक पर रख कंपनी ने आज तक नहीं जमा करवाया लाडा का पैसा
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
रामपुर बुशहर। शिमला के जिला के रामपुर उप मंडल क्षेत्र के दूर-दराज किन्नू पंचायत के कोटा घाट पन बिजली परियोजना प्रभावित 5 गांव के लोग सोमवार को एसडीएम रामपुर से मिले। लोगों ने आरोप लगाया कि परियोजना निर्माताओं ने लोकल एरिया डेवलपमेंटफंड का एक भी पैसा अब तक जमा नहीं किया है। जबकि लाखों रुपया परियोजना निर्माण के दौरान जमा किया जाना था। उन्होंने कहा कि परियोजना निर्माण के बाद अब दो सालों विद्युत उत्पादन भी हो रहा है लेकिन लाडा का पैसा जमा नहीं किया जा रहा है। न ही बिजली उत्पादन का
एक प्रतिशत प्रभावित क्षेत्र को दिया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि परियोजना निर्माण में जिन लोगो की भूमि गई है उन्हें समझौते के अनुसार नौकरी नहीं दी है। कई स्थानीय लोगों की निजी भूमि पर अतिक्रमण कर परियोजना कार्य के लिए प्रयोग किया गया है। परियोजना निर्माताओं ने उनकी भूमि का कोई मुआवजा नहीं दिया है।
आज किन्नू पंचायत के धोओ, बाड़ी, झक धार, धार और हुरकु डंडा गाँव के लोगो ने एसडीएम के समक्ष अपनी समस्या रखी। इस दौरान एसडीम रामपुर सुरेंद्र ने लोगों को बताया कि इस बारे में परियोजना निर्माताओं को निर्देश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द धनराशि ब्याज समेत जमा कराया जाए। ताकि क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों को समय पर अंजाम दिया जा सके। किसान नेता बिहारी सेवजी ने बताया की कोटा घाट हाइड्रो परियोजना किन्नू पंचायत में बनी है। उन्होंने बताया की सरकार के दिशा-निर्देश और प्रावधानों के अनुसार परियोजना निर्माताओं ने लाडा की राशि जमा नहीं की है। क्षेत्र के लोगों ने इस बारे एसडीएम रामपुर से गुहार लगाई है। इस के अलावा अन्य समस्याओ को भी सामने रखा। टीकम दास ने बताया की उन की साढ़े छह बीघा भूमि पर परियोजना निर्माताओं ने अतिक्रमण किया है। उन्होंने इस के बदले कोई मुआवजा नहीं दिया। अब वे विवश है की अतिक्रमण वाली भूमि को खाली करने के लिए कदम
उठाये। परियोजना प्रभावित एवं जिन की भूमि पर अतिक्रमण परियोजना निर्माताओं ने किया है ने बताया जबरन उन भूमि पर अतिक्रमण किया है , तब वायदा किया था की उन्हें रोजगार देंगे और नुकसानी की भरपाई करेंगे लेकिन अब परियोजना निर्माता वेड से मुकर रहे है।
वहीं एसडीएम रामपुर सुरेंद्र मोहन ने बताया किन्नू पंचायत के कोटा घाट परियोजना प्रभावित लोग उन से मिले और लाड़ा की राशि परियोजना निर्माताओं द्वारा जमा न किये जाने की शिकायत की। उन्होंने बताया इस बारे उन्होंने बीते माह ही परियोजना निर्माताओ को धनराशि ब्याज समेत जमा करने के निर्देश दिए है। इसके अलावा परियोजना भूमि गई है उन्हें नौकरी देने व अन्य समस्याओ को भी परियोजना निर्माताओं के समक्ष रखा जायेगा।