हिमाचल में पांच स्थानों पर बनेंगे अत्याधुनिक सुविधा से लैस “मेक शिफ्ट हॉस्पिटलः जयराम ठाकुर

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

Ads

शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर सीएसआईआर के माध्यम से 5 स्थानों पर अत्याधुनिक सुविधा से लैस ‘‘मेक शिफ्ट अस्पताल’’ बनाने का निर्णय लिया है। ये अस्पताल शिमला, टाण्डा, नालागढ़, उना और नाहन में बनेगें। यह जानकारी मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कोविड-19 को लेकर जारी एक वक्तव्य में सदन को दी।

उन्होंने बताया कि शुरु में यह अस्पताल 50 बिस्तर वाले होंगे और सभी सुविधायों से सुसज्जित होंगे। उन्होंने बताया कि यह अस्पताल गंभीर और अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए प्रबंधन में सहायक सिद्ध होंगें। उन्होंने बताया कि यह फैसला कल शाम हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के बार बार अनुरोध करने के कारण, कई वर्गों की माँग व सभी आर्थिक गतिविधियो को निर्विघन रूप से चलाने के लिए राज्य सरकार ने वर्तमान ई रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को तुरंत प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है ताकि प्रदेश में प्रवेश बाधा मुक्त हो सके।

उन्होंने का कि सरकार ने इससे प्रदेश में हर आर्थिक गतिविधियों को बढावा मिलेगा। इसके साथ ही आईसीएमआर व भारत सरकार द्वारा निर्धारित कोविड 19 मरीजों की डिस्चार्ज पाॅलिसी हर राज्य द्वारा फोलो की जा रही है किन्तु हिमाचल में इसमें विभिन्ता यह थी कि हम 10 दिन बाद मरीजों को टेस्ट करने के बाद ही डिस्चार्ज कर रहे थे। क्योंकि कोविड पाॅजिटिव मरीज 10 दिन बाद अगर निर्देशों के अनुरूप स्पर्शोन्मुख हो तो उसका टेस्ट करने की जरूरत नही होती और उसे 7 दिन के लिये होम क्वारंटीन में भेजना चाहिए और वह रोगी इस अवधि के बाद नाॅन इन्फैटिव होता है यानि वह दूसरों को इन्फेक्शन नहीं फैला सकता। इसलिए आईसीएमआर द्वारा निर्धारित नीति प्रदेश में भी अपनायी जाएगी।

जयराम ठाकुर ने कहा कि कैबिनेट ने नर्सिंग कॉलेज में जीएनएम कोर्स को 2021-22 सेशन से बंद किया जायेगा और पुराने संस्थानो को इस कोर्स को बीएससी नर्सिंग में बदलने के लिये आवेदन करना होगा। ऐसे संस्थानो को खोलने के लिये पात्रता में भी कुछ बदलाव किये गये हैं। मौजूदा काॅलेज को अलग-अलग बवनतेमे के लिये सीटों की वृद्धि आदि का सशर्त अनुमोदन किया जाएगा व एमएससी (नर्सिंग कोर्स ) के इलावा किसी और बवनतेम के लिये किसी भी मौजूदा कालेज को सरकारी अस्पताल के साथ फ्रैस अटेचमैंट नहीं दी जाएगी हालांकि पहले दी गई अटेचमैंट यथावत रहेगी।