हमीरपुर में 37,147 लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन का सहारा

चार महीनों में जिला में 2400 से अधिक नए लोगों को मंजूर की गई पेंशन

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

Ads

हमीरपुर। वरिष्ठ नागरिकों को सम्मान एवं आर्थिक सहारा प्रदान करने और दिव्यांगों, विधवाओं तथा अन्य जरुरतमंद लोगों के कल्याण एवं उत्थान को प्रदेश सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। लगभग ढाई वर्ष पूर्व प्रदेश की सत्ता संभालते ही सरकार ने इन वर्गों के हित में कई सराहनीय निर्णय लेकर सामाजिक सेवा की एक उत्कृष्ट मिसाल कायम की थी। प्रदेश सरकार के इन निर्णयों के कारण आज लाखों बुजुर्ग, दिव्यांग, विधवा महिलाएं और अन्य जरुरतमंद लोग लाभान्वित हो रहे हैं। विशेषकर सामाजिक सुरक्षा पेंशन इन लोगों के लिए बहुत बड़ा सहारा साबित हो रही है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश मंत्रीमंडल ने अपनी पहली बैठक में ही 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान करने के लिए आय सीमा की शर्त पूरी तरह समाप्त करके एक ऐतिहासिक निर्णय लिया था। सरकार के इस निर्णय से वरिष्ठ नागरिकों को बहुत बड़ी राहत मिली है। इस समय प्रदेश में 70 वर्ष से अधिक आयु के 2.85 लाख से ज्यादा बुजुर्गों सहित करीब 5.70 लाख लोग सामाजिक सुरक्षा पेंशन ले रहे हैं।
हमीरपुर जिला में इस समय 37,147  लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है। इनमें 25336 वरिष्ठ नागरिक, 7490 विधवा महिलाएं और 4311 दिव्यांगजन शामिल हैं। ढाई वर्षों के दौरान प्रदेश भर में पेंशन के एक लाख 63 हजार से अधिक नए मामलों को मंजूरी प्रदान की गई है। हमीरपुर जिला में भी इस वित्त वर्ष के पहले चार महीनों के दौरान ही 2400 से अधिक नए लोगों को पेंशन लगाई जा चुकी है।
प्रदेश सरकार ने 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन अब बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी है। 70 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगजनों को भी प्रतिमाह 1500 रुपये दिए जा रहे हैं। अन्य दिव्यांगों और विधवा महिलाओं की पेंशन अब 1000 रुपये प्रतिमाह कर दी गई है।
जिला कल्याण अधिकारी अमरजीत डोगरा ने बताया कि समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण, उत्थान और सशक्तिकरण के लिए हमीरपुर जिला में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से गत वित्त वर्ष में 72 करोड़ से अधिक धनराशि खर्च की गई है और इस वित्त वर्ष के चार महीनों में भी 35 करोड़ रुपये से अधिक का बजट खर्च किया जा चुका है। इसमें से अधिकांश धनराशि सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर खर्च की जा रही है और इससे वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन, विधवा महिलाएं और अन्य असहाय लोग लाभान्वित हो रहे हैं।